Jul 03, 2024
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क्या आप एक महिला हैं और आप मल्टीविटामिन लेने के बारे में सोच रही हैं? तो फिर आप बिल्कुल सही जगह आई हैं। मल्टीविटामिन में आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड और विटामिन डी होता है जो बोन की हेल्थ, रिप्रोडक्टिव हेल्थ और संपूर्ण वेल-बींग में मदद करते हैं। महिलाओं को मेंस्ट्रूएशन के दौरान मल्टीविटामिन की काफी ज़रूरत होती है। ये मल्टीविटामिन मेनोपॉज, प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के समय महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
ये मल्टीविटामिन आपके शरीर में विटामिन और मिनरल की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं, एनर्जी लेवल को सपोर्ट करते हैं, इम्यून फंक्शन और हॉर्मोनल बैलेंस और महिलाओं के संपूर्ण स्वास्थ्य में समर्थन करते हैं। तो चलिए महिलाओं के लिए सुझाए गए टॉप 9 मल्टीविटामिन के बारे में जानते हैं जो विटामिन की ज़रूरतों को पूरा करते हैं।
महिलाओं के मल्टीविटामिन को उनकी ज़रूरतों के अनुसार तैयार किया जाता है। मल्टीविटामिन को महिलाओं की स्वास्थ्य की ज़रूरतों, डाइट्री रिस्ट्रिक्शन और लाइफ स्टेज के अनुसार चुना जाता है। इसमें ये 9 मल्टीविटामिन शामिल हैं:
इस सूची में सबसे पहले आयरन आता है क्योंकि महिलाओं में मेंस्ट्रूएशन के दौरान आयरन की कमी हो जाती है। आयरन हीमोग्लोबिन के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण होता है। हीमोग्लोबिन रेड ब्लड सेल में उपस्थित एक प्रोटीन होता है जो टिशू तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। आयरन की कमी से फैटीग, कमज़ोरी और इम्यून फंक्शन में गिरावट देखने मिलती है। जिन महिलाओं को मेंस्ट्रूएशन के दौरान हैवी ब्लीडिंग होती है या जो महिलाएं प्रेग्नेंट होती हैं उन्हें आयरन के हैवी डोज़ की ज़रूरत होती है।
कैल्शियम आपकी हड्डियों और दांतों के निर्माण और उन्हें शक्ति देने के लिए महत्वपूर्ण है। महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा ज़्यादा होता है। ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों के कमज़ोर और नाज़ुक होने की एक स्थिति है, खासकर मेनोपॉज़ के बाद, क्योंकि एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट आ जाती है। विटामिन डी आपके शरीर में कैल्शियम के इनटेक को बढ़ाता है और आपकी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है। पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन डी सप्लीमेंट लेने से फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम होता है।
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फोलिक एसिड बी-टाइप विटामिन है जो डीएनए सिंथेसिस और सेल डिवीज़न के लिए महत्वपूर्ण है। यह खासकर प्रसव उम्र की महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि फोलिक एसिड प्रारंभिक गर्भावस्था में बच्चे के विकास में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट से बचाव करता है। प्रेग्नेंसी के समय या उससे पहले पर्याप्त मात्रा में फोलिक एसिड के सेवन से बर्थ डिफेक्ट जैसे स्पाइना बिफिडा और एनेनसेफली का खतरा कम होता है।
बी विटामिन एनर्जी मैटाबॉलिज़्म में मदद करता है और फूड को एनर्जी में परिवर्तित करता है। विटामिन बी6 आपके शरीर में 100 से अधिक एंज़ाइम रिएक्शन में शामिल होता है, साथ ही विटामिन बी6 प्रोटीन मेटाबॉलिज़्म और न्यूरोट्रांसमिटर सिंथेसिस से संबंधित होते हैं। विटामिन बी12 रेड ब्लड सेल और नर्वस सिस्टम को नियंत्रित करने में मदद करता है। इन विटामिन की कमी से फैटीग, कमज़ोरी और न्यूरोलॉजिकल लक्षण देखे जा सकते हैं।
मैग्नीशियम आपके शरीर में बहुत से बायोकेमिकल रिएक्शन में शामिल होता है, इसके साथ ही एनर्जी लेवल के निर्माण, मसल फंक्शन और नर्व ट्रांसमिशन में शामिल होता है। ये ब्लड शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर के नियंत्रण को भी सपोर्ट करता है। महिलाओं में प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) के लक्षण जैसे पेट फूलना, मूड स्विंग और मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स में मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स फायदा पहुंचाते हैं।
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विटामिन सी और विटामिन ई एंटीऑक्सीडेंट्स हैं जो फ्री रेडिकल द्वारा सेल डैमेज से बचाते हैं। विटामिन सी आपके शरीर के कोलाजन सिंथेसिस, घाव भरने और इम्यून फंक्शन के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन ई इम्यून सिस्टम को शक्ति देने में और फैट-सॉल्युबल एंटीऑक्सीडेंट, सेल मेंब्रेन को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाव करने में मदद करता है।
बायोटिन को विटामिन बी7 टाइप या विटामिन एच भी कहते हैं। ये कार्बोहाइड्रेट, फैट और प्रोटीन के चयापचय में मदद करता है और हेल्दी बाल, त्वचा और नाखून को सपोर्ट करता है। बायोटिन की कमी दुर्लभ है, लेकिन ये जेनेटिक डिसऑर्डर वाले लोगों में देखी जा सकती है या जो लोग कच्चा एग व्हाइट खाते हैं, उनमें बायोटिन का अवशोषण रुक सकता है, क्योंकि एग व्हाइट का प्रोटीन बायोटिन को बांध लेता है।
थायराइड हॉर्मोन के सिंथेसिस के लिए महत्वपूर्ण होता है, जिससे एनर्जी प्रोडक्शन नियंत्रित होता है। आयोडीन का पर्याप्त सेवन थायराइड फंक्शन में मदद करता है, खासकर प्रेग्नेंसी के दौरान जब बच्चे के ब्रेन के विकास के लिए आयोडीन की ज़रूरत होती है। आयोडीन की कमी से हाइपोथायराइडिज़्म, गॉइटर और बच्चे के विकास में देरी होती है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड में ईकोसापेंटेनॉइक एसिड (EPA) और डोकोसाहेक्सानॉइक ओसिड (DHA) नामक पॉलीअनसेचुरेटेड फैट होते हैं जो फैटी फिश, फ्लैक्स सीड, अखरोट या फिश आयल सप्लीमेंट से प्राप्त होते हैं। ये फैटी एसिड्स आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य, कॉग्निटिव फंक्शन और कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ में मदद करते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड अपनी एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी के लिए जाने जाते हैं और हार्ट डिज़ीज़ और स्ट्रोक के रिस्क को कम करते हैं और रूमेटाइड अर्थराइटिस जैसी इंफ्लेमेटरी स्थिति में भी मदद करते हैं।
डाइटीशियन के रूप में मैं, महिलाओं को सलाह दूंगी कि वे अपनी न्यूट्रिशन की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए अपनी डाइट में मल्टीविटामिन को जरूर शामिल करें। अपने जीवन स्तर के अनुरूप हाई क्वालिटी मल्टीविटामिन चुनें, जैसे प्रेगनेंसी के दौरान प्रीनेटल विटामिन या मेनोपॉज के बाद कैल्शियम युक्त विकल्प। ध्यान रखें मल्टीविटामिन आपकी डाइट के लिए सप्लीमेंट का काम करें उसका रिप्लेसमेंट ना बनें।
डॉ. अदिति उपाध्याय
महिलाओं के लिए मल्टीविटामिन जीवन की हर स्टेज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मल्टीविटामिन के सप्लीमेंट्स आयरन, कैल्शियम, विटामिन डी, फोलिक एसिड, विटामिन बी और मैग्नीशियम प्रदान करते हैं। इससे शरीर में एनर्जी, बोन हेल्थ, रिप्रोडक्टिव हेल्थ और संपूर्ण कल्याण में समर्थन होता है। डाइट्री गैप्स को फिल करने से आपका जीवन स्तर बढ़ता है और स्वास्थ्य संबंधी ज़रूरतों में भी मदद मिलती है। महिलाएं मल्टीविटामिन के सप्लीमेंट्स लेने से पहले स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।