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Fish Oil के साथ करें अपने हार्ट को प्राकर्तिक तरीके से स्वस्थ और बचें जानलेवा बीमारियों से!

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Jun 30, 2024

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कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को पॉजिटिव तरीके से मेंटेन करना लंबी और फुलफिलिंग लाइफ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हालांकि, आपके हृदय के स्वास्थ्य में कई फैक्टर शामिल होते हैं जैसे डाइट और आप कैसी लाइफस्टाइल चुनना पसंद करते हैं। फिश ऑयल ओमेगा-3 फैटी एसिड का सबसे अच्छा स्रोत माना गया है। ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड मेटाबोलिक सिंड्रोम से आराम दिलाता है जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है। रिसर्च के मुताबिक फिश ऑयल सप्लीमेंट हार्ट हेल्थ को प्रमोट करने में काफी मदद करते हैं। इस ब्लॉग में फिश ऑयल के हार्ट हेल्थ पर 4 महत्वपूर्ण फायदे बताए गए हैं, इसलिए इस ब्लॉग को पूरा पढ़ें। 

 

विषय सूची 

1. फिश ऑयल के कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए क्या फायदे हैं?

2. आहार विशेषज्ञ की सलाह

3. निष्कर्ष

4. सामान्य प्रश्न 

5. संदर्भ 

 

फिश ऑयल के कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए क्या फायदे हैं?

 

फिश ऑयल के 4 मुख्य कार्डियोवैस्कुलर बेनेफिट्स हैं:

 

1. ओमेगा-3 और हार्ट हेल्थ 

 

फिश ऑयल में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो आपके हृदय के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्लड ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद करते हैं। ट्राइग्लिसराइड एक प्रकार का लिपिड होता है जो हार्ट डिज़ीज़ का कारण होता है। ट्राइग्लिसराइड की ज्यादा मात्रा होने से आर्टिरियल वॉल मोटी और हार्ड हो जाती है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक आता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड आर्टरी की हेल्थ को मेंटेन करते हैं और कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को सुधारते हैं। 

 

2. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण 

 

ओमेगा-3 फैटी एसिड फिश ऑयल में पाए जाते हैं, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी इफेक्ट काफी स्ट्रॉन्ग होते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड में ईकोसापेंटेनॉिइक एसिड (EPA) और डोकोसाहेक्सानॉइक एसिड (DHA) होते हैं जो प्रोस्टाग्लैंडिंस और साइटोकिन्स के सिंथेसिस को रोक कर सूजन को कम करते हैं। प्रोस्टाग्लैंडिंस और साइटोकिन्स इंफ्लेमेशन या सूजन को बढ़ाते हैं। फिश ऑयल सूजन को कम करता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का रिस्क भी कम करता है। 

 

ये भी पढ़ें- क्या है Natural Omega 3 Sources? जानिए फैटी एसिड्स के हेल्थ बेनेफिट्स

 

3. ब्लड प्रेशर और हार्ट रिदम 

 

फिश ऑयल सप्लीमेंट्स ब्लड प्रेशर को लो करने में मदद करते हैं, यह हार्ट की हेल्थ का एक और महत्वपूर्ण कॉम्पोनेंट है। समय के साथ, हाई ब्लड प्रेशर आपके हार्ट को डैमेज करता जाता है। फिश ऑयल का ओमेगा-3 फैटी एसिड आपकी ब्लड वेसल को रिलेक्स और एनलार्ज करता है, जिससे आपके हृदय में ब्लड फ्लो सही होने लगता है। 

 

फिश आपके हार्ट को हैप्पी और हेल्दी रखता है। ओमेगा-3 एरिथमिया के रिस्क को कम करता है। एरिथमिया इर्रेगुलर हार्ट बीट को कहते हैं। इससे अचानक कार्डियक अरेस्ट का खतरा रहता है। ओमेगा-3 आपके हार्ट की रिदम को स्थिर और नियंत्रित करता है।   

 

4. कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण 

 

हालांकि फिश ऑयल डाइरेक्टली कोलेस्ट्रॉल की दवाओं को रिप्लेस नहीं कर सकती हैं। लेकिन ये गुड कोलेस्ट्रॉल (हाई-डेंसिटी लिपोप्रोटीन) को बढ़ा कर आपकी कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कम ज़रूर कर सकता है। हाई-डेंसिटी लिपोप्रोटीन (HDL) कोलेस्ट्रॉल लेवल हार्ट डिज़ीज़ के रिस्क को कम करने में मदद करता है क्योंकि ये आर्टरी से निकला हुआ कोलेस्ट्रॉल वापस लीवर में पहुंचाने में मदद करता है।  

 

ये भी पढ़ें- ओमेगा-3 के 8 महत्वपूर्ण सप्लीमेंट्स क्या हैं? कैसे ये सप्लीमेंट आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाएंगे जानें ! 

 

आहार विशेषज्ञ की सलाह

 

अपने आहार में फिश ऑयल शामिल करने से ट्राइग्लिसराइड्स को कम करके, ब्लड प्रेशर को कम करके और रेगुलर हार्टबीट को बनाए रखकर हार्ट की हेल्थ में सुधार हो सकता है। यदि आप सप्ताह में एक बार फैटी फिश की कम से कम दो सर्विंग खा सकते हैं या टोनऑप केयर के फिश ऑयल कैप्सूल लेने पर विचार कर सकते हैं जो आपके ब्लड प्रेशर को मेन्टेन रखता है, ब्लड वेसल के कार्य में सुधार करने, सूजन को कम करने और आपके हार्ट हेल्थ को बढ़ाने में मदद करता है।

 

 डॉ. अक्षता गाडवेकर

 

निष्कर्ष

 

फिश ऑयल को अपनी डाइट में शामिल करने से हार्ट हेल्थ सुधरेगी। इसके लिए आप सैल्मन, मैकेरल और सार्डिन फिश का सेवन भी कर सकते हैं। फिश ऑयल आपको हार्ट डिज़ीज़ से लड़ने में मदद करता है। ओमेगा-3 से ट्राइग्लिसराइड कम होता है, सूजन कम होती है, ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और हार्ट हेल्थ सुधरती है। किसी भी सप्लीमेंट को लेने से पहले डॉक्टर का परामर्श लेना आवश्यक है। 

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