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क्या है Natural Omega 3 Sources? जानिए फैटी एसिड्स के हेल्थ बेनेफिट्स

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Jun 12, 2024

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ओमेगा थ्री फैटी एसिड्स (Omega-3 Fatty Acids) मछली, अलसी और मछली के तेल जैसे डायट्री सप्लीमेंट्स में पाए जाते हैं। तीन मुख्य ओमेगा थ्री फैटी एसिड्स अल्फा-लिनोलेनिक ऐसिड (ALA), ईकोसापेंटेनोइक ऐसिड (EPA) और डोकोसाहेक्सैनोइक ऐसिड (DHA) हैं। ओमेगा-3 आपके शरीर की हर एक सैल को घेरने वाली मेम्ब्रेन का महत्वपूर्ण घटक है। 

 

आपका शरीर कुछ ALA को EPA और फिर DHA में परिवर्तित कर सकता है, लेकिन बहुत कम मात्रा में। इसलिए, ईपीए और डीएचए को भोजन सामग्री व डाइट्री सप्लीमेंट्स से लेना आपके शरीर में इन ओमेगा -3 फैटी एसिड के स्तर को बढ़ाने का एकमात्र तरीका है। इस ब्लॉग में हम ओमेगा थ्री के ऐसे ही कुछ सप्लीमेंट्स साझा कर रहे हैं..

 

विषय सूची-

  1. क्या हैं ओमेगा थ्री युक्त खाद्य पदार्थ ? (Omega 3 rich food)
  2. ओमेगा थ्री से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव 
  3. ओमेगा थ्री फैटी एसिड के छः पूरक 
  4. निषकर्श 
  5. सामान्य प्रश्न 
  6. References 

 

क्या हैं ओमेगा थ्री युक्त खाद्य पदार्थ? (Omega 3 rich food)

 

ओमेगा-3 के खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। आप विभिन्न प्रकार के फूड आइटम्स खाकर पर्याप्त मात्रा में ओमेगा थ्री प्राप्त कर सकते हैं, जिनमें शामिल है-

  • मछली और सी फूड (विशेष रूप से ठंडे पानी की फैटी फिश, जैसे सैल्मन, मैकेरल, ट्यूना, हेरिंग और सार्डिन)
  • नट्स और सीड्स जैसे अलसी, चिया सीड और अखरोट
  • वनस्पति तेल (जैसे अलसी का तेल, सोयाबीन ऑयल और कैनोला का तेल) 
  • फोर्टिफाइड फूड्स (जैसे कि कुछ ब्रांड के अंडे, दही, जूस, दूध, सोय बेवरेजेस और इन्फेंट फॉर्मूला) 

 

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ओमेगा थ्री से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव 

 

कार्डियोवस्कुलर डिज़ीज़ 

 

फैटी फिश और अन्य प्रकार के सी फूड को अपने हेल्दी ईटिंग पैटर्न में अपनाने से कई हृदय संबंधी बीमारियों से राहत मिलती है। फ़ूड और डायट्री सप्लीमेंट्स से ईपीए और डीएचए प्राप्त करने से ट्राइग्लिसराइड लेवल कम होता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन सप्ताह में एक से दो बार सी फूड खाने की सलाह देते हैं। जिन व्यक्तियों को हृदय से संबंधित बीमारी है उन्हें प्रतिदिन मछली के तेल से प्राप्त ईपीए और डीएचए लेने के लिए कहा है। वहीं जिन लोगों में कार्डियोवस्कुलर डिज़ीज़ का रिस्क कम है, उन्हें ओमेगा थ्री के सप्लीमेंट्स लेने की सलाह नहीं दी गई है। 

 

शिशु के स्वास्थ्य और विकास में मदद 

 

प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान 8 से 12 मछली या सी फूड के आउंस खाने से बच्चे के विकास में मदद होती है। हालांकि, ईपीए की ज्यादा मात्रा और मरक्यूरी की कम मात्रा वाली मछली लेना आवश्यक है।  जैसे- सैल्मन, हेरिंग, सार्डिन और ट्राउट।  स्टडी के मुताबिक, इन सप्लीमेंट्स को लेने से जन्म के समय शिशु के वज़न और गर्भ के समय सीमा में मदद मिलती है। ब्रेस्ट मिल्क में डीएचए भरपूर मात्रा में होता है। 

 

अल्जाइमर, डिमेंशिया और कॉग्निटिव फंक्शन

 

स्टडी के मुताबिक, जो लोग ओमेगा थ्री का सेवन करते हैं उनमें अल्जाइमर, मनोभ्रंश और कॉग्निटिव फंक्शन से संबंधित परेशानियों का रिस्क कम होता है।  

 

रुमेटॉइड आर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis)

 

रुमेटॉइड आर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis) के कुछ लक्षण हैं जैसे क्रॉनिक पेन, सूजन, स्टिफनेस और जोड़ों का काम ना करना। कुछ क्लिनिकल ट्रायल्स के मुताबिक ओमेगा थ्री के सप्लीमेंट्स लेने से रुमेटॉइड आर्थराइटिस मैनेज करने में मदद मिलती है। उदाहरण,  जिन लोगों को रुमेटॉइड आर्थराइटिस होता है, यदि वे ओमेगा थ्री लेते हैं तो उन्हें पेन रिलीफ़ मेडिसिन ज़्यादा लेने ज़रूरत नहीं होती। 

 

ओमेगा 3 फ़ैटी एसिड के सप्लीमेंट्स 

क्या है Natural Omega 3 Sources जानिए फैटी एसिड्स के हेल्थ बेनेफिट्स-02.jpg

फिश ऑयल

 

मछली के तेल में EPA (eicosapentaenoic acid) और DHA (docosahexaenoic acid) भरपूर मात्रा में होता है। टोनऑप केयर के fish oil capsules ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने, स्किन एजिंग को रोकने और त्वचा को निखारने में, वज़न घटाने और बोन डेंसिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। 

 

क्रिल ऑयल

 

अंटार्कटिक क्रिल से उत्पन्न ये सप्लीमेंट EPA और DHA युक्त है। क्रिल ऑयल, जिसमें एस्टैक्सैन्थिन होता है, अपनी उच्च जैव उपलब्धता और एंटीऑक्सीडेंट सामग्री के लिए जाना जाता है। टोनऑप केयर के krill oil capsules ब्रेन डिवेलप्मेंट और ब्लड प्रेशर मेंटेन करने में मदद करते है। साथ ही ये स्किन और आंखों के लिए भी सूटेबल साबित हुए हैं। 

 

 

एल्गल ऑयल

 

एल्गी ऑयल शाकाहार का बहुत ही मददगार स्त्रोत है। यह आपके स्वास्थ्य में वृद्धि लाने और कार्डियोवस्कुलर डिज़ीज़ के रिस्क को कम करने में मदद करता है। इसे DHA का सबसे अच्छा स्रोत माना गया है। 

 

चिया सीड ऑयल

 

शाकाहारियों के लिए चिया सीड ऑयल को एएलए का बहुत ही अच्छा स्रोत माना गया है। यह स्वस्थ बाल, स्वस्थ हृदय और रूखी त्वचा से लड़ने में मदद करता है।   

 

 

कोड लिवर ऑयल

 

कोड लिवर ऑयल ओमेगा थ्री के साथ-साथ विटामिन ए और डी का अच्छा सोर्स है। हालांकि, इन विटामिनों की मात्रा के कारण इसे सावधानी से लेना चाहिए। ये रक्त को जमने से रोक सकते हैं और ब्लीडिंग की संभावना बढ़ा सकते हैं।

 

फ्लैक्स सीड ऑयल 

 

फ्लैक्स सीड ऑयल या सन का तेल, इसमें ALA (alpha-linolenic acid) और ओमेगा थ्री, भरपूर मात्रा में होता है। इससे शरीर में ईपीए और डीएचए कन्वर्ट होते हैं। जो लोग मछली का सेवन नहीं करते उनके लिए यह काफी अच्छा सप्लीमेंट है। टोनऑप केयर के Flaxseed oil capsules आपकी त्वचा को यंग और स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। साथ ही यह बोन डेंसिटी और वज़न घटाने में भी सहायता करते हैं। 

 

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निषकर्श 

 

ओमेगा थ्री फैटी एसिड मछली के तेल और फोर्टिफाइड फूड से मिलने वाला बेहतरीन सप्लीमेंट है। इसे अपने हैल्थ पैटर्न का हिस्सा बनाने से हृदय, त्वचा, ब्रेन से संबंधित बीमारियों से लड़ने में सहायता होती है। आप इसे टोनऑप केयर के Flaxseed oil capsules , krill oil capsules , fish oil capsules से ले सकते हैं। 

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