विटामिन्स हमारे शरीर की कार्यप्रणाली को स्वस्थ रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होते हैं। ये हमारे स्वास्थ्य की देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमारा शरीर खुद से विटामिन नहीं बना पाता या बहुत ही कम मात्रा में विटामिन्स बनाता है। इसलिए विटामिन की पूर्ति हम विभिन्न खाद्य पदार्थों से करते हैं। आज के इस ब्लॉग में हम स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी प्रकार के विटामिन्स और उनके स्रोतों के बारे में विस्तार से समझेंगे।
विटामिन्स दो वर्गों में विभाजित किए जाते हैं जल में घुलनशील विटामिन और फैट में घुलने वाले विटामिन। जल में घुलने वाले विटामिन हैं- विटामिन सी और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स (थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, पेंटोथेनिक एसिड, पाइरिडॉक्सिन, बायोटिन, फोलेट और कोबालामिन)। वहीं वसा यानी फैट में घुलनशील विटामिन है- विटामिन ए, डी, ई और के। मुख्य रूप से विटामिन 13 प्रकार के होते हैं जो यहां स्रोत के साथ दिए गए हैं:
विटामिन | स्रोत | विवरण |
विटामिन ए | यह विटामिन रेटिनॉइड और कैरोटीनॉयड के रूप में प्राप्त होता है। इसके महत्वपूर्ण स्रोत हैं- फिश ऑयल, लिवर, दूध, अंडे, शकरकंद, गाजर और हरी पत्तेदार सब्ज़ियां। | यह आंखों, त्वचा के स्वास्थ्य और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए महत्वपूर्ण विटामिन है। |
विटामिन बी1 (थायमिन) | पोर्क, फलियां और साबुत अनाज | पोषक तत्वों को ऊर्जा में परिवर्तित करता है। |
विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन) | हरी सब्ज़ियां, अंडे और डेयरी प्रोडक्ट्स | ऊर्जा के निर्माण और त्वचा को स्वस्थ रखने में समर्थन करता है। |
विटामिन बी3 (नियासिन) | फिश, पोल्ट्री और साबुत अनाज | पाचन और त्वचा के स्वास्थ्य में सहायता करता है। |
विटामिन बी5 (पेंटोथेनिक एसिड) | मीट (पोर्क, चिकन, टर्की आदि), फिश (सैल्मन, लोब्स्टर और शेलफिश), साबुत अनाज, डेयरी प्रोडक्ट्स, फलियां। | हॉर्मोन और कोलेस्ट्रॉल के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण होता है। |
विटामिन बी6 (पायरीडॉक्सिन) | फिश, पोल्ट्री, आलू और केला। | अमीनो एसिड मैटाबॉलिज़्म और रेड ब्लड सैल के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण।
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विटामिन बी7 (बायोटिन) | नट्स, अंडे, सैल्मन, शकरकंद और एवोकाडो। | बाल और नाखूनों के स्वास्थ्य का समर्थन करता है। |
विटामिन बी9 (फोलेट) | फलियां, पत्तेदार सब्ज़ियां और फोर्टिफाइड अनाज। | डीएनए संश्लेषण और कोशिका वृद्धि के लिए आवश्यक।
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विटामिन बी12 (कोबालामिन) | फिश, मीट, डेयरी प्रोडक्ट और फोर्टिफाइड फूड। | नर्व की कार्यप्रणाली और रक्त निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है। |
विटामिन सी | संतरा, ब्रोकली, स्ट्रॉबेरी, बैल पैपर, कीवी, अंगूर आदि। | रोग प्रतिरोधक क्षमता का समर्थन करता है, ब्लड प्रेशर का नियंत्रण करता है, हृदय संबंधी बीमारियों को कम करता है और क्रॉनिक डिज़ीज़ का खतरा कम करता है। |
विटामिन डी | एग योक, सैल्मन, ट्यूना, मैकेरल, दही, दूध और फोर्टिफाइड डेयरी प्रोडक्ट्स | हड्डियों को मज़बूत बनाता है, ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम करता है। |
विटामिन ई | सनफ्लावर सीड, फ्लैक्स सीड, नट्स (अखरोट, आदि), व्हीट जर्म ऑयल और सनफ्लावर ऑयल | आपकी दृष्टि, प्रजनन, शरीर, मस्तिष्क और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। |
विटामिन के | केल, ब्रोकली, पालक, चीज़ और हरी पत्तेदार सब्ज़ियां | ज़ख्म भरने के लिए ब्लड क्लॉट करने में मदद करता है। |
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यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपको बेहतरीन स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सभी आवश्यक विटामिन मिल रहे हैं, अपने आहार में विभिन्न प्रकार के फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल करें। अपनी विटामिन्स की कमी को पूरा करने के लिए आप टोनऑप केयर की विटामिन डी360 टैबलेट का उपयोग कर सकते हैं। यह मल्टीविटामिन टेबलेट 100 प्रतिशत सुरक्षित है। इसमें प्रोबायोटिक और हर्ब्स हैं जिससे इम्यूनिटी, पाचन, हृदय और कॉग्निटिव फंक्शन सुधरता है।
डॉ. अक्षता गाडवेकर
अपने आहार में विभिन्न प्रकार के विटामिनों को शामिल करना समग्र स्वास्थ्य और विटामिन की कमी को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर पौष्टिक आहार खाने से अक्सर सभी आवश्यक विटामिन मिलते हैं। कुछ मामलों में सप्लीमेंट्स के उपयोग की सिफारिश दी जा सकती है, लेकिन नया सप्लीमेंट आहार शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा है। विटामिन के प्रकार और स्रोतों को समझ कर, आप उचित विकल्प चुन सकते हैं जो आपके स्वास्थ्य का समर्थन करेंगे।