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7 सबसे आम पाचन समस्याएं और उनके उपचार !

Updated-on

Jun 18, 2024

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पेट फूलने या पाचन खराब होने जैसी पाचन सम्बन्धी समस्याएं सुनने में आम लगती हैं लेकिन आपको परेशान कर सकती हैं। गलत खान-पान, हेवी ईटिंग, शराब, अनियमित समय पर भोजन लेना आदि आपकी गट प्रॉबलम का कारण हो सकते हैं। स्वस्थ पाचन आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता, मानसिक स्वास्थ्य और संपूर्ण स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्वस्थ पाचन अच्छे जीवाणुों को संतुलित रखता है और सारे पोषक तत्वों को अच्छी तरह डाइजेस्ट करने में मदद करता है। लेकिन यदि संतुलन बिगड़ जाए तो पाचन संबंधित समस्याएं होती हैं। इस ब्लॉग में आप गट संबंधित कुछ समस्याओं और उनके उपचार के बारे में बताया गया है। कॉमन गट प्रॉबल्म्स समझने के लिए इस ब्लॉग को पूरा पढ़ें। 

 

विषय सूची

  1. पेट से संबंधित 7 आम समस्याएं
  2. पेट की समस्याओं का उपचार कैसे करें?
  3. आहार विशेषज्ञ की सलाह 
  4. निष्कर्ष
  5. सामान्य प्रश्न
  6. संदर्भ 

 

पेट से संबंधित 7 आम समस्याएं

7 सबसे आम पाचन समस्याएं और उनके उपचार !

आंतों की समस्या एक आम समस्या हो सकती है लेकिन यह किसी अन्य बीमारी की तरह निराशाजनक भी हो सकती है। तो चलिए पेट की सबसे ज़्यादा होने वाली समस्याओं के बारे में समझते हैं। 

 

1. एसिड रिफ्लक्स 

 

ये स्थिति तब उत्पन्न होती है जब हमारे पेट से एसिड ऊपर ईसोफेगस या गले या मुंह की ओर प्रसार करता है। इससे सीने में दर्द या जलन और ईसोफेगस या गले में असहजता होती है। एसिड रिफ्लक्स की समस्या जीवनशैली में बदलाव करने से ठीक हो सकती है। जैसे हेल्दी डाइट लेना और शराब और धूम्रपान को छोड़ना। 

 

2. गॉल स्टोन की समस्या 

 

यह समस्या गॉल ब्लैडर में पित्त के जमने से उत्पन्न होती है। गॉल स्टोन से करीब 25 मिलियन लोग जूझ रहें। इसमें से करीब 75 प्रतिशत महिलाएं हैं। गॉल स्टोन की समस्या में आपको थकान और उल्टी होने के साथ गंभीर पाचन की समस्या जैसे पैन्क्रियेटाइटिस हो जाता है। 

 

3. पेप्टिक अल्सर 

 

पेट या छोटी आंतों में होने वाले इन छालों से पेट में तीव्र दर्द होता है। निश्चित ही बैक्टीरिया पेट की सुरक्षात्मक अस्तर को कमज़ोर करके एसिड को कॉन्टेक्ट करते हैं जिससे पेट में छाले हो जाते हैं। 

 

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4. अल्सरेटिव कोलाइटिस 

 

ये सबसे क्रोनिक स्थिति में से एक है जिसकी विशेषता कोलॉन में सूजन होना है जिससे उसकी परत में छाले होते हैं। यह लाइलाज और लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है, लेकिन आहार में बदलाव और दवाएं जैसे उपचार ऑप्शनल सिंप्टम्स को कम करने में मदद कर सकते हैं।

 

5. क्रोन रोग 

 

ये बीमारी अल्सरेटिव कोलाइटिस की तरह ही है, हालांकि इसमें सूजन सिर्फ कोलॉन तक सीमित नहीं रहती। ये आपकी जठरांत्र तंत्र या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट पर गंभीर प्रभाव डालता है। क्रोन रोग में पाचन तंत्र के विभिन्न क्षेत्रों में सूजन होती है, इसमें सबसे आम ट्रिगर छोटी आंत हैं। ये सूजन बाउल की और भी भीतरी परतों तक पहुंचती है। 

 

6. इरिटेबल बाउल सिंड्रोम 

 

इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) एक आम पाचन तंत्र रोग है, जिसकी विशेषताएं पेट में दर्द, ब्लोटिंग और बॉउल हैबिट्स में बदलाव हैं। ये सालाना दस में से एक व्यक्ति को होता है। 

 

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7. बवासीर   

 

कई लोग 50 साल की उम्र होने के बाद हेमोराइड या बवासीर का शिकार होते हैं। बवासीर में लोगों के एनस या रेक्टम की ब्लड वेसल में सूजन आ जाती है, जिससे उन्हें खुजली और दर्द होता है। ज्यादातर मामलों में, हेमोराइड स्वतंत्र रूप से या सरल उपायों से ठीक हो जाती है जैसे कि पेट साफ़ करने वाले पदार्थों का उपयोग करना और भारी सामान उठाने या तनाव से बचना।

 

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पेट की समस्याओं का उपचार कैसे करें?

 

आंत या पेट की समस्यओं के उपचार के तरीके इस प्रकार हैं:

 

सलाह

विवरण

फल और सब्जियां खाएं

फाइबर युक्त, पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट पाचन ठीक करने और कैंसर की रिस्क कम होती है। 

साबुत अनाज और नट्स लें

इसमें फाइबर, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। 

लाल और प्रोसेस्ड मीट को सीमित करें

लाल और प्रोसेस्ड मीट पाचन संबंधित समस्याओं को बढ़ाता है।

शक्कर का सेवन सीमित करें

चीनी या शक्कर का सेवन अक्सर प्रोसेस्ड भोजन के मध्यम से अधिक होता है। 

भोजन बनाने की स्वस्थ प्रक्रिया को फॉलो करें

फ्राइड या ग्रिल्ड भोजन अस्वस्थ होता है। इसके अन्य और स्वस्थ विकल्प चुनें।

प्रोबायोटिक्स खाएं

लाभकारी बैक्टीरिया जो आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।

हाइड्रेटेड रहें

पानी पीने से कॉन्सटीपेशन और पाचन में सुधार आता है। 

एक्सरसाइज़ करें

एक्सरसाइज़ करने से भोजन आपके पाचन तंत्र तक जल्दी पहुंचता है। 

वज़न नियंत्रित करें

वज़न नियंत्रित करने से पाचन संबंधी समस्या जैसे GERD और कैंसर का खतरा कम होता है।

अच्छी नींद लें

कम नींद आंतों में सूजन और अन्य पाचन समस्याओं का कारण बन सकती है।

डाइजेस्टिव एंज़ाइम सप्लीमेंट्स लें

डाइजेस्टिव एंज़ाइम्स गट फ्लोरा को भोजन ग्रहण करने और एसिडिटी कम करने के लिए नियंत्रित करते हैं।

 

आहार विशेषज्ञ की सलाह 

 

आपके स्वस्थ शरीर और मन के लिए आंतों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है। आप अपनी जीवन शैली में थोड़े बदलाव करके अपनी आंतो को स्वस्थ रख सकते हैं। जैसे आहार में फलों, सब्ज़ियों और साबुत अनाज को शामिल करें। स्वयं को हाइड्रेटेड रखें और अच्छी नींद लें। इसके अलावा आप सुरक्षित और प्रभावी डाइजेस्टिव एंज़ाइम दवा जैसे Digest 360 tablets का सेवन भी कर सकते हैं। यह दवाएं स्वस्थ पाचन और गट इरीटेशन कम करने में सहायता करेंगी। अपने शरीर की स्थिति को समझना बहुत ज़रूरी है यदि आपकी गट प्रॉबलम ज़्यादा समय से बढ़ी हुई हैं तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।  

डॉ. लवीना चौहान

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